Thursday, August 21, 2008

ऊप्स

जल्दी सुबह उठने के कई फायदे हैं। लेकिन सुबह जल्दी ब्लॉग लिखने के कुछ नुक्सान भी हैं। जैसे आज मेरे साथ हुआ। मैंने अपनी पिछली पोस्ट में लिखा कि आज राजस्थान में पेट्रोल पम्पों की हड़ताल का दूसरा दिन है। पर हड़ताल ख़त्म हो चुकी थी।
तो आइन्दा से कोशिश करूँगा कि सुबह अखबार पढ़े बिना कोई पोस्ट न लिखूं।
पर मुझे खुशी है कि हड़ताल की वजह से एक और दिन डिस्टर्ब होने से बच गया। और उम्मीद (झूठी उम्मीद ) ये की आगे से ये बेवजह के बंद , चक्का जाम ( मतलब कि तथाकथित सामाजिक चेतना अभियान ) नहीं होंगे। और मुझे एक और दिन बंद पे अपना ब्लॉग नहीं लिखना पड़ेगा।
आज सुबह की पोस्ट के लिए ........................... ऊप्स।

3 comments:

Nitish Raj said...

ये सीख हमारे और दूसरों के लिए भी, थैंक्स।

sudhakar soni,cartoonist said...

mai ab tak aapke blog par kyon nahi aaya.........upss.........

Udan Tashtari said...

चलिए, अगर इसी बहाने हड़ताल खत्म होती है, तब तो शुभ ही कहलाया!! :)